हरियाली तीज (26 July 2017)
हरियाली तीज श्रवन मास के शुकल पक्ष के त्रितय को मनाई जाती है ,हरयाली तीज को सिंधारा तीज भी कहा जाता है ,इस महीने में हरियाली ही हरियाली हो जाती है धरती पर I
गाँव – क़स्बा हो
या मेट्रो शहर त्योहारों की धूम तो हर जगह रहती है I वैसे भी
मोसम हो त्योहारों के शुरू होने का तो जोश और उत्साह बढ़ जाता है I गाँव में शहरों
में इस दिन झुला झूल कर इस त्यौहार को मनाया जाता हैI ब्राह्मण समाज में अगरवाल
समाज में तीज आने पर बेटे की होने वाली बहु (पत्नी ) या नई नवेली दुल्हन को भेट देते
है ,शगुन मानते है I पीलिया और मिठाई ,मेहँदी ,घेवर दिए जाते है I
हरियाली तीज को लोग सिर्फ तीज के
नाम से भी जानते है, जैसे गुजरात में नवरात्रे धूम धाम से मनाये जाते है वैसे ही
तीज को हरियाणा,राजस्थान,उत्तर प्रदेश और उत्तर साइड में मनाया जाता है. इस दिन जगह जगह झूले झूले
जाते है कई तरह के पकवान बनाये जाते है, और कही खाई तो डांस प्रतियोगिता भी करवाई
जाती है जिसमे की औरते बढ़ चढ़ कर भाग लेती है.ये त्यौहार बच्चो और ओरतों के बीच में
भी बहुत प्रसिद्ध है I
हरियाणा के लोक गीत
तीज के मोके पर महिलाये गाती है I तीज की तेयारिओं की बात करे तो महिलाये घरो की
साफ सफाई के साथ-साथ साज श्रृंगार का भी पूरा बंदोबस्त कर लेती है I साथ ही तीज पर
गए जाने वाले गीतों को भी महिलाये एकत्रित होकर गाती है I इन गीतों में कही भाई
बहिन का प्यार झलकता है तो कही सास बहू की नोक-झोंक और कही पिया से मिलन की कामना I 